प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) गर्भवती महिलाओं के जीवन में एक वरदान बनकर आई है। यह योजना भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण पहल है, जो मातृत्व की यात्रा को आर्थिक रूप से मजबूत बनाती है। इस योजना के तहत, पहली बार माँ बनने वाली महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है ताकि वे गर्भावस्था और शिशु के जन्म के शुरुआती महीनों में किसी भी तरह की वित्तीय परेशानी का सामना न करें।
योजना का उद्देश्य:
पीएमएमवीवाई का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं और उनके नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य और पोषण में सुधार लाना है। गर्भावस्था के दौरान उचित पोषण और नियमित डॉक्टरी जांच बहुत जरूरी होती हैं। अक्सर आर्थिक तंगी के कारण महिलाएं इन जरूरतों को पूरा नहीं कर पातीं। पीएमएमवीवाई के तहत दी जाने वाली राशि से उन्हें न केवल पौष्टिक भोजन मिल पाता है बल्कि डॉक्टरी परामर्श और जरूरी दवाइयों पर भी खर्च कर पाती हैं।
इस योजना का एक महत्वपूर्ण लक्ष्य मातृत्व मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर में कमी लाना भी है। आर्थिक सहायता से गर्भवती महिलाएं गर्भावस्था के दौरान उचित देखभाल कर पाएंगी, जिससे स्वस्थ शिशु को जन्म देने की संभावना बढ़ जाती है।
योजना के लाभार्थी:
यह योजना उन सभी गर्भवती महिलाओं के लिए है जो पहली बार माँ बनने वाली हैं। योजना का लाभ उठाने के लिए महिला की आयु कम से कम 19 वर्ष होनी चाहिए और गर्भावस्था के 15 दिनों के अंदर आंगनवाड़ी केंद्र में पंजीकरण कराना अनिवार्य है। इसके अलावा, लाभार्थी महिला का बैंक खाता होना चाहिए ताकि राशि सीधे उनके खाते में जमा की जा सके।
योजना के अंतर्गत मिलने वाली राशि:
पीएमएमवीवाई के तहत लाभार्थी महिला को तीन किस्तों में कुल ₹6,000 की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। पहली किस्त गर्भावस्था के छह महीने पूरे होने पर ₹1,000 की राशि दी जाती है। दूसरी किस्त बच्चे के जन्म के बाद पंजीकृत अस्पताल में जन्म प्रमाण पत्र जमा करने पर ₹2,000 की राशि दी जाती है। आखिरी किस्त बच्चे के छह महीने का होने पर आंगनवाड़ी केंद्र पर बच्चे के टीकाकरण का प्रमाण पत्र दिखाने पर ₹3,000 की राशि दी जाती है।
योजना का आवेदन कैसे करें:
पीएमएमवीवाई के लिए आवेदन करना काफी सरल है। गर्भवती महिला को अपने नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र पर जाकर पंजीकरण कराना होता है। वहां से उन्हें आवेदन फॉर्म मिल जाएगा जिसे भरकर जरूरी दस्तावेजों के साथ जमा करना होगा। दस्तावेजों में गर्भावस्था का प्रमाण पत्र, आधार कार्ड और बैंक खाते का विवरण शामिल है । आवेदन स्वीकृत होने के बाद , निर्धारित समय पर लाभार्थी महिला को किस्तों में राशि प्राप्त हो जाती है ।
प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना गर्भवती माताओं के लिए एक महत्वपूर्ण सहारा है । यह योजना न केवल आर्थिक मदद देती है बल्कि जागरूकता भी बढ़ाती है । आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से महिलाओं को गर्भावस्था , प्रसव और शिशु देखभाल से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी भी दी जाती है । इस तरह से पीएमएमवीवाई मातृत्व की खुशियों को सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभा रही है ।